देश की अर्थव्यवस्था के लिए छोटे व्यवसाय क्यों महत्वपूर्ण हैं?

देश के लिए व्यवसाय का महत्व देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मदत करता है, पर छोटे व्यवसाय स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक वरदान के रूप में साबित होते है।

भारत में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के अनुसार, किसी भी क्षेत्र में उपकरण की निवेश रु. 2 करोड़ तक है, तब उसे छोटे व्यवसाय के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।

देश की अर्थव्यवस्था के लिए छोटे व्यवसाय क्यों महत्वपूर्ण हैं?

इसके महत्त्व क्या है ?

स्थानीय श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करना

छोटे व्यवसाय शहर या गांव के किसी भी हिस्सों में हो सकते है। यह ऐसे लोगों को रोजगार के अवसर प्रधान करते है जो आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने में मदत करते है। छोटे व्यवसाय आमतौर पर बड़े व्यवसायों की तुलना में अधिक फुर्तीले होते हैं, छोटे व्यवसाय नए प्रतिभाओं को आकर्षित करने के साथ नए उत्पाद का अविष्कार कराते है। बड़े व्यवसाय भी अक्सर आउटसोर्सिंग के माध्यम से विभिन्न व्यावसायिक कार्यों को पूरा करने के लिए छोटे व्यवसायों पर निर्भर होते हैं।

बदलते मौसम से अनुकूलित होना

कई छोट व्यवसायों में बदलते आर्थिक जलवायु और बदलते मौसम से शीघ्रता से प्रतिक्रिया करने की क्षमता होती है। यह स्थानीय व्यवसाय होने के कारण स्थानीय समस्या से अच्छे से भकित होते है और सामना करने योग्य होते है। स्थानीय समुदाय के अनुकूलित कार्य करने से अनुभव से स्थानीय समुदायोंके जरूरतों को पूरी तरह से समझते है। कठिन परिस्थियों में भी छोटे व्यवसाय आगे बढ़ने में सक्षम होते है, अर्थव्यवस्थाओं को और मजबूत कर सकते हैं।
आर्थिक संकट में बड़े निगमों की तुलना में कम राजस्व जमा होने के कारण उनके पास खोने के लिए भी कम हो सकता है।

कर से स्थानीय सरकार में योगदान

लघु व्यवसाय के अपने हिसाब से स्थान और बिक्री करना आसान होता है। नए योजना लाके अमल करना और उत्पन्न बढ़ाना आसान होता है। लघु व्यवसाय अपने ऐतिहासिक खरीदारी जिलों को बेहतर बनाने और अतिरिक्त ग्राहकों को आकर्षित कर सकते है।
जब उपभोक्ता स्थानीय व्यवसायोंको संरक्षण देते है, अनिवार्य रूप से अपने स्थानीय समुदाय को पैसा वापस देते है। एक छोटा व्यवसाय सम्पूर्ण समुदाय में संपत्ति के मूल्य को सुधरता है और स्थानीय सरकारों के लिए अधिक संपत्ति कर उत्पन्न करता है।

नई कल्पना और नवाचार

छोटे व्यवसाय और स्टार्ट अप ना ही केवल सामुदायिक सदस्य को रोजगार प्रदान करते है बल्कि व्यवसायों के लिए नए तरीके के सोचने पर, नया दृष्टिकोण और एक उद्यमी मानसिकता तैयार करता है।
छोटे उद्योग बड़े उद्योग से ज्यादा फ्लेक्सिबल होते है, जो अधिक सक्षम होते है किसी भी तरीके के बदल को स्वीकार करने के लिए। कभी भी कोई भी छोटे उद्योग छोटे नहीं रहेंगे, उनकी नीव लघु से रखके एक बड़े व्यवसाय में परिवर्तित जरूर होती है। और यही किसी भी देश के आर्थिक स्थिति को मजबूत करने योग्य बात है। ऐसे काफी बड़े बड़े उद्योग है, जिनकी शुरुवात एक लघु उद्योग के तौर पर ही हुई है।

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