भारत और जागतिक वस्त्र उद्योग | India and the global textile industry

टेक्सटाइल इंडस्ट्री को कपड़ा उद्योग या वस्त्र उद्योग भी कहा जाता है। Textile का मतलब बुना हुआ कपड़ा है।

भारतीय कपड़ा उद्योग आंतरिक रूप से हमारे देश की प्राचीन संस्कृतियों और परंपराओं से जुड़ा हुआ है। यह सबसे पुराने उद्योगों में से एक है और कृषि के साथ घनिष्ठ संबंध है कपास और जूट कृषि उत्पाद हैं जो कच्चे माल के रूप में उपयोग किए जाते हैं।

सबसे पुरानी ज्ञात तकनीक

विद्वानों का मत है कि सिंधु घाटी सभ्यता के दौरान एक कपड़ा उद्योग मौजूद था और कपड़ा उत्पादन तकनीक 2000 साल बाद ही पश्चिम में गयी थी। टेक्सटाइल्स शुरू में बास्ट और लीफ रेशों के अलावा कपास, रेशम और ऊन जैसी प्राकृतिक रूप से उत्पन्न सामग्री से बने होते थे। सबसे बुनियादी तकनीक फाइबर को सूत में घुमाना और फिर इसे कपड़े में हाथ से बुनना था। भारत के कई हिस्सों में, इन प्रक्रियाओं के लिए उपयोग किए जाने वाले उपकरण लकड़ी के बने होते थे और आज भी होते हैं।

वस्त्र उद्योग जागतिक प्रमुख उद्योगों में से एक है। जबकि चीन दुनिआ का सबसे बड़ा कपड़ा उत्पादक है और निर्यातक भी है। उसके साथ यूरोपीय संघ, भारत और अमेरिका बड़े पैमाने पर वस्त्र उद्योग में प्रभावशाली कार्य कर रहे है। कपड़ा उद्योग दुनिया भर के तेजी से बदलते फैशन के साथ आनुपातिक रूप से बढ़ानेवाला उद्योग है।

भले ही चीन वैश्विक कपड़ा उत्पादन के वस्त्र और कच्चे वस्त्र दोनों में सबसे बड़ा योगदान करता है, पर भारत भी इसी दौड़ में सबसे बड़े कपड़ा उत्पादक देशों और सबसे बड़े कपड़ा निर्यातकों में से एक है। भारत दुनिया के कुल कपड़ा उत्पादन में 6.9% से अधिक योगदान करता है।

rio lecatompessy cfDURuQKABk unsplash min scaled

कपड़ा उद्योग में कौनसे बड़ी निर्माण कंपनियां है।

भारत की सबसे बड़ी कपड़ा उद्योग में वर्धमान टेक्सटाइल्स लिमिटेड, रेमंड लिमिटेड और ट्राइडेंट लिमिटेड, अरविंद लिमिटेड, वेलस्पन इंडिया लिमिटेड शामिल है।
तो कपड़ा उद्योग चीन की अर्थव्यवस्था का मुख्य स्तंभों में से एक बन गया है। चीन की बड़ी कंपनियां जैसे शांगटेक्स होल्डिंग कंपनी लिमिटेड, हुआफू टॉप डाइड मेलेंज यार्न कंपनी लिमिटेड और जिआंगसु हेंगली ग्रुप शामिल है। अमेरिका के सबसे बड़े कंपनियों में वीएफ कॉर्पोरेशन, एबरक्रॉम्बी एंड फिच कंपनी, टीजेएक्स कंपनियां जैसे कंपनियां शामिल है।

भारत में कपड़ा उद्योग कहाँ स्थित है?

भारत में कपड़ा उद्योग में महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु राज्य शामिल है। मुख्य शहरों में मुंबई, अहमदाबाद और कोयंबटूर है। भारत में महत्त्व उत्पादन में सूती उद्योग है।

कौन कौनसे देश जागतिक कपड़ा उद्योग में योगदान देते है ?

जागतिक बाजार बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पादनों के लिए प्यासा है। यह चीज कपड़ा उद्योग के लिए भी लागु है। विपणन कौशल और बेहतर गुणवत्ता वाले कपड़ों का बाजारों में मांग है। आज लोग ब्रांड टैग देखकर प्रोडक्ट को चुनते है। बाजार ऐसे ग्राहकों से भरा हुआ है, जिससे टिकाऊ और सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले उत्पादों की आवश्यकता है। कुछ देशों के उत्पाद किसी ब्रांड के लिए नहीं पर उनके टिकाऊ और भरोसेमंद उत्पाद के लिए उत्पादन करते है और बाजार में ऐसे भी ग्राहक होते है।
इसलिए, वर्तमान शोध ने उन देशों का विश्लेषण किया है, जिसमे ऐसे भी देश है जो अपने द्वारा निर्यात किए जाने वाले कपड़े की मात्रा के लिए प्रसिद्ध नहीं हैं, लेकिन कपड़े की गुणवत्ता के कारण, वे सदियों से विशिष्ट हैं।

भारतीय वस्त्र उद्योग

भारत देश दुनिया का सबसे पुराना कपड़ा उद्योग में से एक है। भारत का कपड़ा उद्योग और परिघन उद्योग जीडीपी का 2.3 प्रतिशन योगदान करता है। भारत दुनिया का कपास का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक होने के साथ कुछ विशेष दर्जे के रेशम फाइबर का भी उत्पादन करता है।
भारत में अब भी पारम्परिक तरीके से कपड़ा उत्पादन होता है। असंगठित हथकरघा और हस्तशिल्प, पूर्व पारंपरिक करघे, औजारों और विधियों के साथ उत्पादन किया जाता है।

lidya nada grQh x vZKM unsplash min scaled

भारत में प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भी काफी सुधार हुआ है। भारत अच्छी गुणवत्ता वाले वस्त्र और परिधान के उत्पादन में एक वैश्विक प्रतियोगी के रूप में उभर रहा है।
भारत में परिघन उद्योग दो वर्गों में बंटा हुआ है। उसमे पहला असंगठित क्षेत्र जिसमे हथकरघा, हस्तशिल्प और रेशम उत्पादन शामिल है। और दूसरा संगठित जिसमे सूत कपड़ा और परिधान बनाना शामिल है।

चीनी वस्त्र उद्योग

चीनी वस्त्र उद्योग पिछले कुछ दशकों से अच्छा कर रहा है और जागतिक कपड़ा उद्योग में चीन का सबसे बड़ा योगदानकर्ता है। चीनी वस्त्रोद्योग वैश्विक वस्त्र उत्पादन के परिधान उत्पादों का 52.2% उत्पादन करता है। यह देश बेहतरीन गुणवत्ता वाले कच्चे माल का उत्पादन करता है। उसीतरह चीन कम लागत वाला उत्पादन भी करता है, साथ ही आधुनिक उच्च तकनीक वाली मशीनरी, औद्योगिक संरचना से बाजार में कब्ज़ा बनाके रखा है। चीन अन्य देशों की तरह सहजता से अपने देशकी परंपरा और संस्कृति का प्रतिनिधित्व करता है।

बांग्लादेश

बांग्लादेश कपड़ा उद्योग और परिधान उद्योग में एक बढ़ता प्रमुख प्रतियोगी बनकर सामने आया हुआ खिलाडी है। कम श्रम लागत और बड़े पैमाने पर कार्यबल ने बांग्लादेश को दुनिया में कपड़ा और परिधान का तीसरा सबसे बड़ा निर्यातक बन चूका है। इसीलिए यह फ़ास्ट फैशन ब्रांड में दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है। बांग्लादेश निर्यातक देशों में शीर्ष वस्त्रों में से एक है। बांग्लादेश में कपड़ा उद्योग में लगभग 20 मिलियन लोग काम करते हैं। यह हमेशा उन लोगों के लिए सबसे अच्छा विकल्प है जो सबसे कम कीमत पर सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले परिधान उत्पादों का आयात करना चाहते हैं।

वियतनाम

वियतनाम एक अच्छे गुणवत्ता वाले वस्त्रों का चौथा सबसे बड़ा निर्यातक है। यह देश अपने समृद्ध इतिहास के साथ कुशल बेहतर गुणवत्तावाले कपडे का उत्पादन करता है। वियतनाम अपना उत्पादन अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया और यूरोपियन यूनियन को बेचता है। उनका मुख्य ध्यान इस प्रतिस्पर्धी बाजार में प्रतिस्पर्धा के लिए विशेषज्ञता, आधुनिकीकरण और एक बहुत ही उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद का उत्पादन है।

अमेरिका

अमेरिका कपड़ा उद्योग में 8 वां मजबूती प्रदान करनेवाला प्रतियोगी बना हुआ है, जो कच्चा माल, यार्न, परिघन जैसे वस्तुओंका निर्यात करता है। यह सुरक्षात्मक परिधान उद्योग के साथ चिकित्सा और औद्योगिक वस्त्रों का अच्छा बाजार है।
उत्पादों की गुणवत्ता काफी बेहतर है पर अमेरिका में दैनिक श्रम की लगत काफी अधिक होने के कारण इनके उत्पादन की कीमत भी जागतिक बाजारों में काफी अधिक है।

इसी के साथ जागतिक वस्त्र उद्योग और परिधान उद्योग में घाना, नाइजीरिया, मलेशिया, तुर्की, हांगकांग और यूरोपियन यूनियन जैसे देश भी योगदान देते है।

निष्कर्ष : कपड़ा उद्योग शुरू से ही भारत जैसे प्राचीन देशों का व्यवसाय बना रहा है। बढ़ते युग से साथ इसमें अनेक प्रयोग होते गए और विकास होता गया। आज भी यह एक भारत का मुख्य उद्योग बना हुआ है और बाकि अन्य देशों का यह महत्वपूर्ण उद्योग है।
भविष्य में भी कभी ख़तम नहीं होनेवाले उद्योग में से एक यह उद्योग आयात और निर्यात के जोर पे यह जागतिक बाजारों में भी महत्वपूर्ण है।

अधिक जानिए

Synthetic Fiber vs Natural Fiber Explained in Hindi

सदियों से भारतीय कपड़ा उद्योग में क्या बदलाव आया है?


Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *