क्या है ब्लूबगिंग और ब्लूजैकिंग? | What is bluebugging and bluejacking?in Hindi

ब्लूबगिंग तकनीक ब्लूटूथ से सम्बंधित है। यह एक हैकिंग का प्रकार है। कुशल हैकर्स को ब्लूबगिंग करना तब संभव है, जब आप अपने फ़ोन के ब्लूटूथ को चालू रखके discoverable मोड में रखते है।

ब्लूबगिंग फोन छिपकर बातें सुनने या बगिंग करने के समान है, क्योकि फ़ोन में ब्लूटूथ की discoverable सेटिंग एक डिफ़ॉल्ट सेटिंग होती है। इसीलिए किसी भी हैकर्स को ब्लूबगिंग करना संभव बन जाता है। कुछ और अलग ऐसे भी डिवाइस होते है, जिससे ब्लूबगिंग हमला करने की अनुमति देता जब आपके फ़ोन का ब्लूटूथ ऑन है पर discoverable mode ऑफ है, जैसे RedFang, BlueSniff

ब्लूबगिंग से हैकर्स क्या कर सकता है और डिवाइस किन किन सिनारिओ में असुरक्षित है।

इससे डिवाइस को रिमोटली एक्सेस किया जा सकता है, जो हैकर कम्युनिकेशन को intercept या reroute कर सकता है।
टेक्स्ट मैसेज भेज भी सकता है और पढ़ भी सकता है।
फ़ोन कॉल कर सकता है और नजर भी रख सकता है।
हैकर्स सब कुछ कर सकता है, कोई निशान छोड़े बिना।

हैकर् ब्लूबगिंग के जरिये कैसे कण्ट्रोल प्राप्त करता है।

हैकर ऑन ब्लूटूथ को pair करने की कोशिश करता है। एक बार कनेक्शन हो जाने के बाद ब्रूटल फाॅर्स से ऑथेंटिकेशन को बाईपास करने की कोशिश करता है। अनधिकृत पहुंच प्राप्त करने के बाद हैकर डिवाइस में मैलवेयर इंस्टॉल कर सकता है। जिससे वो आसानी से आपके डिवाइस को कण्ट्रोल कर सकता है। ब्लूबगिंग तब हो सकती है जब ब्लूटूथ सक्षम डिवाइस हैकर के 10 मीटर के दायरे में हो।

एक बार ब्लू-बग होने से डिवाइस पूर्ण तरीके से हैकर के नियंत्रण में हो जाता है। आनेवाले संदेश, कॉल्स और अन्य संवेदनशील जानकारी सब डाटा हैकर को एक्सेस करना आसान बन जाता है। इसे रोकने के लिए, डेटा को सुरक्षित रखने की आवश्यकता है और यह सबसे महत्वपूर्ण प्रथाओं में से एक है जिससे उपयोगकर्ताओं को सावधान रहने की आवश्यकता है।

उपयोगकर्ता इस ब्लूबगिंग को कैसे रोख सकता है।

आज-कल बहुत से लोग प्लग-इन वायर्ड हेडफ़ोन के बजाय ब्लूटूथ ईयरबड और हैडफ़ोन का उपयोग करने लगे है और यह एक जोखिम को और भी बढ़ाता है।

स्मार्टफोन्स को नियमित रूप से अपडेट रखे।
Bluetooth-paired devices को ना रखे।
उपयोग में न होने पर ब्लूटूथ को बंद रखे।
खुले wifi से दूर रहे।
VPN जैसे अतिरिक्त सुरक्षा का इस्तेमाल करे।

ब्लूजैकिंग क्या है ?

जैसे हम सभी को पता है की ब्लूटूथ एक वायरलेस डिवाइस है, जो अन्य उपकरण को जोड़ती है। ब्लूजैकिंग का उपयोग किसी अन्य ब्लूटूथ डिवाइस पर अनधिकृत तरीके से संदेश भेजने के लिए किया जाता है।

ब्लूजैकिंग का अविष्कार मलेशियाई आईटी कार्यकर्ता ने किया था। उसने ब्लूटूथ के माध्यम से संदेश भेजकर एक प्रसिद्ध मोबाइल फोन कंपनी को बढ़ावा देने के लिए अपने फोन का इस्तेमाल किया था।

ब्लूजैकिंग के लिए ब्लूटूथ का इस्तेमाल होता है। जब कोई व्यक्ति ब्लूजैकर से 10 मीटर की दूरी के भीतर होता है, तब उसका डिवाइस सक्षम होता है।
ब्लूजैकिंग में संदेश के साथ चित्र भी भेज सकते है। जब कोई ब्लूजैकर संदेश भेजता है तो वह संदेश प्राप्तकर्ता के लिए गुमनाम होता हैं क्योंकि संदेश में ब्लूजैकर के फोन का केवल मोबाइल नाम और मॉडल नंबर प्रदर्शित होता है।

हालांकि ब्लूजैकर जब ब्लूजैकिंग करता है, तो वो प्राप्तकर्ता डिवाइस के संसाधनों को हानि नहीं पंहुचा सकता है। इसीलिए ब्लूजैकिंग अवैध नहीं है।

क्या ब्लूजैकिंग खतरनाक है?

हालाँकि देखा जाये तो ब्लूजैकिंग अन्य हमलों की तुलना में खतरनाक नहीं पर ये सुरक्षित भी नहीं है। यह आपके डिवाइस को हानि पंहुचा सकता है। यह किसी अजनबी को फ़िशिंग संदेश भेजने की अनुमति दे सकता और किसी को भी लिंक पे क्लिक करने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है जिससे मैलवेयर डाउनलोड कर सकता है।

ब्लूजैकिंग को अंजाम देने के लिए लगभग 10 मीटर की दूरी पर होनी चाहिए। इसीलिए आपकी साइबर सुरक्षा चिंताओं की सूची में बहुत अधिक नहीं होना चाहिए।

ब्लूजैकिंग से कैसे बचे?

ब्लूजैकिंग जैसे हमलोंसे बचने के लिए आप अपने डिवाइस के ब्लूटूथ फ़ंक्शन को तब तक बंद रखें जब तक कि आप किसी विशेष कारण से इसका उपयोग नहीं कर रहे हों। यदि आपको अपने ब्लूटूथ को कुछ निश्चित समय के लिए चालू करना चाहते है तो कनेक्शन अनुरोधों को स्वीकार न करें , जिसे आप नहीं पहचानते।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *