यदि आप सोच रहे है की शून्य गुरुत्वाकर्षण वाले अंतरिक्ष में पानी की क्या स्थिति होगी तो कुछ बात जानना जरुरी है। अंतरिक्ष का कोई वातावरण नहीं है। यह दो अत्यंत महत्वपूर्ण तरीकों से भिन्न है। यह ठंडा है यदि सूर्य प्रकाश में नहीं है या फिर हमे तारों से अधिक दूर है। और दूसरा इसमें सबसे अच्छा दबाव रहित वैक्यूम है जिसे वातावरण नहीं कह सकते।
पानी भारी होने के कारण अंतरिक्ष में लेके जाना संभव नहीं होता। इसे परिप्रेक्ष्य में रखने के लिए और अंतरिक्ष में लांच करने के लिए प्रति गैलन $15000 तक खर्चा हो सकता है और एक गैलन पानी का वजन 10 पाउंड होता है।
आसान शब्दों में कहे तो जब अंतरिक्ष के गहराई की बात आती है तो तापमान और दबाव दोनों में एक अविश्वसनीय गिरावट होती है। जो पृथ्वी के वातावरण से बिलकुल अलग है।
यदि आप तरल पानी लेते है और उसके वातावरण में दबाव के कारण तो वह पानी एक उबलते हुए स्थिति में बदल जायेगा। आप इस तथ्य से परिचित हो सकते हैं की पानी उच्च ऊंचाई पर कम तापमान पर उबलता है। क्योकि ऊपर कम वातावरण है इसीलिए दबाव कम है।