आप कोई भी वेबसाइट उठा कर देखेंगे तो आपको उसमे कोडिंग का ही संग्रह मिलेगा। क्योंकि यह ही कोड होते है, जो हमें किसी भी वेबसाइट के पेज पर लेआउट, फॉर्मेट और कंटेंट को दर्शाते है। वेब सर्वर एक इंटरनेट से जुड़ा कंप्यूटर है, जो आपके ब्राउज़र द्वारा भेजे गए वेब पेज के लिए अनुरोध प्राप्त करता है। वेब सर्वर एक इंटरनेट से जुड़ा होता है। जब हम हमारे ब्राउज़र पर किसी भी चीज़ के लिए सर्च करते है, तो यह वेब सर्वर को रिक्वेस्ट मिलती है।
एक ब्राउज़र आईपी एड्रेस के माध्यम से आपके कंप्यूटर को सर्वर से जुड़ा हुआ होता है। आईपी नाम डोमेन नाम का अनुवाद(ट्रांसलेट) करके प्राप्त किया जाता है। इसकी के वजह से किसी को भी आईपी एड्रेस को याद या नोट करने की जरुरत नहीं है।
![एक वेबसाइट कैसे काम करती है? | How does a website work? 1 %25E0%25A4%258F%25E0%25A4%2595%2B%25E0%25A4%25B5%25E0%25A5%2587%25E0%25A4%25AC%25E0%25A4%25B8%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%2587%25E0%25A4%259F%2B%25E0%25A4%2595%25E0%25A5%2588%25E0%25A4%25B8%25E0%25A5%2587%2B%25E0%25A4%2595%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25AE%2B%25E0%25A4%2595%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%25A4%25E0%25A5%2580%2B%25E0%25A4%25B9%25E0%25A5%2588%2B min](https://1.bp.blogspot.com/-ZPzaW3WpR-E/YD_Bx29UOiI/AAAAAAAABMw/CQ9g7ad3nEQ7g-O25m5UPI_1waYRxL73gCNcBGAsYHQ/w566-h296/%25E0%25A4%258F%25E0%25A4%2595%2B%25E0%25A4%25B5%25E0%25A5%2587%25E0%25A4%25AC%25E0%25A4%25B8%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%2587%25E0%25A4%259F%2B%25E0%25A4%2595%25E0%25A5%2588%25E0%25A4%25B8%25E0%25A5%2587%2B%25E0%25A4%2595%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25AE%2B%25E0%25A4%2595%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%25A4%25E0%25A5%2580%2B%25E0%25A4%25B9%25E0%25A5%2588%2B_-min.png)
एक वेबसाइट कैसे कार्य करती है, यह जानने के लिए सबसे पहिले वेबसाइट को इंटरनेट के जरिये प्रदर्शित करने के लिए क्या महत्वपूर्ण होता है यह जानते है।
1. वेबसाइट
2. डोमेन नाम
3. वेब सर्वर
1. वेबसाइट
एक वेबसाइट आमतौर पर इमेजेज, वेब पेज और अन्य एलिमेंट्स के साथ एक संरचित डाक्यूमेंट्स से बनी होती है। एक वेबसाइट एक पेज से बनी हो सकती है या उसमें हजारों पेज हो सकते हैं। उसमे हर पेज में अपना कंटेंट, इमेजेज और इतर घटक होते है। सभी वेब पेजों और तत्वों को तब एक फ़ोल्डर में रखा जाता है और आपके वेब होस्ट सर्वर पर संग्रहीत किया जाता है। हर एक कंटेंट जो पेज पर दिखता है, वह मुख्य रूप से कोड में लिखा होता है, जो सर्वर पर होता है।
वेब पेज बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली सबसे आम कोडिंग भाषा HTML है।
वेबसाइट बनाने के लिए
यदि आप सोच रहे होंगे की किसी भी वेबसाइट की रचना करना या उसे बनाना काफी मुश्किल है। उसे बनाने के लिए कोडिंग की आवश्यकता होती है और वह आने की जरुरत है। यदि आप ऐसा सोच रहे है, तो वो गलत है। आप किसी भी कोडिंग के ज्ञान के बिना वेबसाइट बना सकते है।
इसीलिए आपको वेबसाइट बिल्डर का उपयोग करना होगा। बहुतांश वेबसाइट ऐसे तरीके से डिज़ाइन किये गए है जो तकनीक नहीं भी जानता हो वह आसानी से इस्तेमाल कर सकता है। ऐसे वेबसाइट मार्किट में आपको बहुत सारे मिलेंगे। इस सिचुएशन में आपको कोड में छेड़छानि से बचे।
आसानी से उपयोग होने वाले वेबसाइट बिल्डरों के उदाहरणों में Website.com, wix, weebly, go daddy और Squarespace शामिल हैं।
2. डोमेन नाम
एक डोमेन नाम वह पता है जिसे आप वेबसाइट पर प्राप्त करने के लिए अपने वेब ब्राउज़र एड्रेस बार में टाइप करते हैं। डोमेन नाम का एक उदाहरण www.hindimekuch.com है। किसी भी दो वेबसाइट के लिए एक डोमेन नाम नहीं हो सकता। कई ऐसे वेबसाइट बिल्डर्स है जो फ्री में डोमेन प्रदान करते है, जो उसके वेबसाइट पते के साथ आता है। लेकिन ये फ्री वेबसाइट पते उप-डोमेन के रूप में आते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपकी वेबसाइट बिल्डर “example.com” है, तो आपका फ्री वेब पता yourname.example.com हो सकता है।
कई ऐसे ग्राहक है जो इन जैसे डोमेन के साथ काम नहीं करना चाहते है। इसीलिए कई लोग कस्टम डोमेन को प्रेफरन्स देते है। जो की आपके इच्छा नुसार डोमन नाम होता है। एक कस्टम डोमेन नाम आपको व्यावसायिकता, विश्वसनीयता और विश्वास देता है जो आपको और आपके व्यवसाय की आवश्यकता है।
और Google और Bing जैसे सर्च इंजन उप-डोमेन के बजाय डोमेन नामों को प्राथमिकता देते हैं। कस्टम डोमेन नाम फ्री नहीं हैं, लेकिन आजकल आप वार्षिक सेवा योजना के लिए साइनअप करने पर आसानी से कई सेवा प्रदाताओं से फ्री में प्राप्त कर सकते हैं।
3. वेब सर्वर
एक वेब सर्वर वही है जो ब्राउज़र द्वारा भेजे गए रिक्वेस्ट को वेब पेज के जरिये पेश करता है। वेब सर्वर का होना काफी महत्वपूर्ण है। आप कितना भी अच्छा कंटेंट अपने वेबसाइट पर पोस्ट करे या किसी भी अच्छे टॉपिक्स पर लिखे, जब तक इसे किसी भी वेब सर्वर पर अपलोड नहीं करोगे तो इसका कुछ मतलब नहीं बनता है। बल्कि यह इंटरनेट पर उपलब्ध या देखने योग्य नहीं है। इसलिए किसी कंपनी का वेब होस्टिंग आपके पास होना बहुत मायने रखता है।
आप निश्चित रूप से घर पर अपना सर्वर सेट कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको काफी नॉलेज, समय और संसाधन जैसे बिजली और इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता होगी।
वेब होस्टिंग सेवा प्रदाता को पेमेंट करना अधिक तार्किक, किफायती और व्यावहारिक बात होगी। यह सोचें कि क्या यह किसी वेब होस्ट के सर्वर पर स्पेस को किराए पर लेना पसंद करता है। मासिक शुल्क के लिए, वेब होस्टिंग जैसे प्रदाता आपको अपनी वेबसाइट को होस्ट करने के लिए उनके सर्वर पर स्पेस का उपयोग करने देता है, और क्योंकि यह उनका सर्वर है, वे सर्वर को स्थापित करने और बनाए रखने के सभी तकनीकी पहलुओं का ध्यान रखते हैं, साथ ही साथ सभी संसाधनों की आवश्यकता होती है सर्वर को चलाने के लिए, इसलिए आपको किसी भी चीज़ के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।
जब ये सब एकत्र होकर मिलते है तो अपनी वेबसाइट कार्य कैसे करती है।
जब आप अपने ब्राउज़र में कोई डोमेन नाम दर्ज करते है, तो आपका वेब ब्राउज़र वास्तव में पूछताछ की एक श्रृंखला का संचालन करता है, जिसमें डोमेन नाम का आईपी पता देखना, वेब सर्वर का पता लगाना, जो डोमेन नाम के वेब पेज को होस्ट करता है, सबमिट करता है। मतलब पेज को प्राप्त करने के लिए सर्वर वर रिक्वेस्ट भेजना, सर्वर से पेज को प्राप्त करना अंत में अपनी स्क्रीन पर जानकारी प्रस्तुत करने के लिए वेब पेज पर कोड का अनुवाद करना। और आपके सर्च के अनुसार रिजल्ट मिलना। यह एक वेबसाइट का काम होता है।
जानिए