क्या इंटरनेट के उपयोग से प्रदुषण होता है? | Does internet use cause pollution? in Hindi

आज की दुनिया पूरी तरह से इंटरनेट पर निर्भर है। हम सभी इन दिनों अपने समय का बड़ा हिस्सा ऑनलाइन में व्यतीत करते है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि इंटरनेट ने हमारी जीवनशैली को आसान बना दिया है। हम अपने दोस्तों-परिवारोंके साथ पूरी दुनिया के किसी भी व्यक्ति से वायरलेस तरीके से जुड़ सकते है। हम अपने पसंदिता फिल्म, संगीत, टीवी शो, ऑनलाइन शॉपिंग, लाइव स्ट्रीम ये सब चीजों के लिए इंटरनेट डाटा का पुरेपुर उपयोग करते है।

हम ये सब चीज का इस्तेमाल करते वक़्त इसका पर्यावरणीय प्रभाव को नजर अंदाज करते है।
अब आप कहेंगे ये क्या सच में होता होता है? तो इसका जवाब है – जी हाँ

कुछ लोगों को पता है कि इंटरनेट वास्तव में कैसे काम करता है, या यह जलवायु परिवर्तन में कैसे योगदान देता है। यह सोचना आसान नहीं है की ये डेटा के स्ट्रीमिंग का अपने जीवन पर पड़ने वाला प्रभाव कितना गहरा है।

डिजिटल प्रौद्योगिकियों से होनेवाला वैश्विक कार्बन उत्सर्जन में लगभग 4% है, जो की यह वास्तिविकता है। इसमें आप कहेंगे की यह कम है। लेकिन वास्तव में यह विमान(एविएशन) उद्योग के योगदान के समान है। 

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कनेक्शन की वास्तविकता

इंटरनेट भौतिक इंफ्रास्ट्रक्चर के विशाल नेटवर्क द्वारा संचालित है। डेटा सेंटर से लेकर ट्रांसमिशन नेटवर्क से लेकर हमारे हाथ में मौजूद डिवाइस तक, हमारे डेटा के ट्रांसफर और मास स्टोरेज के लिए भारी मात्रा में ऊर्जा की आवश्यकता होती है।

इसमें भी कई समस्या है, की कई डेटा सेंटर अक्षय स्रोतों के बजाय जीवाश्म ईंधन से अपनी बिजली प्राप्त करते हैं।

पिछले कुछ वर्षों में, Google, Facebook और Apple जैसे कई दिग्गजों ने 100% अक्षय ऊर्जा के साथ अपने डेटा केंद्रों को बिजली देने के लिए प्रतिबद्ध किया है, जो एक अच्छी शुरुआत है। पर अमेज़न जैसे कई क्लाउड सेवा प्रदातोने अभी भी प्रतिबद्धता नहीं बनाई है।

क्या है इंटरनेट का कार्बन फुटप्रिंट ?

जब हम इंटरनेट का उपयोग करते है, तब हमारे डिवाइस में डेटा का ट्रांफर होता है। यह ट्रांसफर हमारे वेब सर्वर से होता है। वेब सर्वर जहा सारा डाटा स्टोर्ड होता है। यह सर्वर को 24/7 चालू होना अनिवार्य होता है। साथ इसे ठंडा रखने ने के लिए एयर कंडीशनिंग की भी जरुरत होती है। ये सब कार्य के लिए ऊर्जा आवश्यक होती है।

जितना अधिक डेटा भेजा और संग्रहीत किया जाता है, उतना ही अधिक बिजली और ऊर्जा की आवश्यकता होती है। भले ही यह व्यक्तिगत स्तर पर अपेक्षाकृत छोटा है, लेकिन जब यह वैश्विक स्तर पर अरबों लोगों द्वारा किया जाता है।  जो अब इंटरनेट से जुड़ा हुआ है, तो यह वास्तव में तेज होता है।
उदहारण के लिए अब तक हमारे व्यक्तिगत इंटरनेट कार्बन फुटप्रिंट के निशान के लिए सबसे महत्वपूर्ण योगदान हमारे ऑनलाइन वीडियो का उपयोग है, जो विश्व डेटा प्रवाह का 60% – 70% और प्रति वर्ष 300- 350 मिलियन टन से अधिक CO2 उत्पन्न करता है।

यदि डेटा केंद्र अधिक कुशल हैं, तो पर्यावरणीय समस्या कहां से आती है?

डेटा केंद्रों को बनाये रखने के लिए ऊर्जा स्रोतों की जरुरत होती है। पर आपको यह पता है की जीतनी डेटा केंद्रों का बेहतर कार्यक्षम होने का नुकसान पर्यावरण पर होता है।
समस्या ऊर्जा स्रोतों से आती है जो डेटा केंद्रों को चालू रखते हैं। वर्तमान में, अधिकांश डेटा सेंटर ऊर्जा कंपनियों के साथ काम करते हैं जो बिजली उत्पन्न करने के लिए कोयला या परमाणु ऊर्जा स्टेशनों पर निर्भर हैं। Apple सर्वर हो, IBM या फेसबुक सर्वर बिजली के लिए कोयला, जीवाश्म ईंधन संयंत्रों का इस्तेमाल करते है। और इससे वायुमंडल में उत्सर्जित हजारों टन और इसके साथ जाने वाली गंदी हवा में प्रवेश होता है।

मैं अपने इंटरनेट उपयोग के कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए क्या कर सकता हूं ?

यह सारे चीजे आप अपने डेली लाइफ में आजमाने कोशिश बड़ी आसानी से कर सकते है।

1. पावर सेटिंग्स एडजस्ट करे

जब आप काम करने के बाद या भीतर ब्रेक ले रहे हो, तो आप अपने कंप्यूटर को स्लीप मोड या हाइबरनेट में सेट कर सकते है। या फिर आपके कंप्यूटर को बंद करने और आपके मॉनिटर और प्रिंटर को पूरी तरह से बंद करने पर जब वे उपयोग में नहीं होंगे तो और भी अधिक बचत होगी।

2. ग्रीन होस्टिंग कंपनी में स्विच करना

आपके इंटरनेट कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए आप एक व्यवसाय के रूप में महत्वपूर्ण परिवर्तन के लिए ग्रीन होस्ट करने वाले कंपनी में स्विच करे।

3. मॉनिटर की ब्राइटनेस कम करें

आपके मॉनिटर को 100% से 70% तक कम करने से मॉनिटर उपयोग की ऊर्जा का 20% तक बचा सकता है। साथ ही, ब्राइटनेस कम होने से आंखों का तनाव भी कम होता है।

4. अपना ईमेल इनबॉक्स साफ़ करें

जंक / स्पैम मेल पर कट करें, उन न्यूज़लेटर्स से अनसब्सक्राइब करें जिन्हें आप कभी नहीं पढ़ते हैं, और नियमित रूप से अपने इनबॉक्स से पुराने संदेशों को क्लीन करते हैं।

5. स्ट्रीम के बजाय डाउनलोड करें

स्ट्रीमिंग संगीत और वीडियो आपके डिजिटल कार्बन फुटप्रिंट में आता है। स्ट्रीम के बजाय डाउनलोड करने का विकल्प चुनने का मतलब है कि आप सर्वर से केवल एक बार डेटा खींचेंगे।

6. वीडियो ऑटोप्ले ब्लॉक करें

वीडियो चलाना अधिक ऊर्जा का उपयोग करता है, इसलिए वीडियो का ऑटोप्ले बंद करे। नवीनतम फ़ायरफ़ॉक्स डिफ़ॉल्ट रूप से ऑटोप्लेइंग से ध्वनि के साथ वीडियो को ब्लॉक करता है।

7. अपनी सर्चेस को री-यूज़ करें

यदि आप कोई सर्च करते है तो केवल साइट पर जाने के बजाय सर्च का उपयोग करना आपके ब्राउज़र से सर्च रिजल्ट की लिस्ट वापस करने से पहले डेटा प्रसंस्करण के लिए आपके ब्राउज़र से सर्च इंजन सर्वर को जानकारी भेजता है। इससे डाटा में भी बचत के साथ कार्बन फुटप्रिंट रिड्यूस होने में मदद होता है।

8. अपने SEO में सुधार करें

आपके व्यवसाय के इंटरनेट कार्बन फुटप्रिंट को कम करने का दूसरा तरीका आपके seo में सुधार करना है। आपकी साइट पर आने वाला अननेसेसरी ट्रैफ़िक  को कम करेगा। जितना लोडिंग कम होगा उतना ही बाउंस ऑफ़ होगा । आपका ट्रैफ़िक जितना अधिक प्रासंगिक होगा, उतनाही ऊर्जा का उपयोग कम होगा।

9. सर्च करने से पहले सोचें

सर्च इंजन पर सर्च पहिले सटीक रहे। कई सर्चेस से बचने के लिए अपनी सर्च को यथासंभव सटीक बनाएं और एक वेबसाइट की सर्च से बचें और फिर एक लिंक पर क्लिक करें जब आप सीधे वेबसाइट का नाम डाल सकते हैं और अतिरिक्त कदम से बच सकते हैं।

10. क्लाउड कंप्यूटिंग के विकल्प खोजें

नियमित रूप से क्लाउड में क्लीनिंग और बेकार फाइलों को हटाने से ऊर्जा की बचत होती है।

11. इमेजेज को कंप्रेस कर सकते है।

12. लाइट वेट फॉण्ट का इस्तेमाल करे

यह आर्टिकल से आपको कार्बन फुटप्रिंट और इंटरनेट से भी प्रदुषण कैसे होता है, यह जानने में हेल्प हुई होगी तो जरूर इसे अपने दोस्तों से शेयर करे और कमेंट भी करे। धन्यवाद !

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