जीआई टैग क्या है ?
एक भौगोलिक संकेत या जीआई उन उत्पादों पर उपयोग किया जाने वाला एक संकेत है, जिसमे विशेष उत्पाद पारंपरिक तरीकों के अनुसार निर्मित होता है, इसमें कुछ विशिष्ट गुण होते हैं, या इसकी भौगोलिक उत्पत्ति के कारण एक विशेष प्रतिष्ठा है।
भारत में, भौगोलिक संकेत रजिस्ट्रेशन को 1999 के भौगोलिक संकेतक (रजिस्ट्रेशन और संरक्षण) अधिनियम द्वारा प्रशासित किया जाता है। भौगोलिक इंडेक्ट आमतौर पर कृषि उत्पादों, हस्तशिल्प, खाद्य पदार्थों, शराब और स्प्रिट पेय और औद्योगिक उत्पादों के लिए उपयोग किए जाते हैं।
जीआई टैग भारत में भौगोलिक संकेत टैग का संक्षिप्त नाम है। यह 15 सितंबर 2003 से प्रभावी हो गया।
दार्जिलिंग चाय जीआई टैग पाने वाला पहला भारतीय उत्पाद था। अब तक लगभग 365 उत्पादों को जीआई सूची में जोड़ा गया है।
जीआई टैग क्यों महत्त्व है?
जीआई टैग सुनिश्चित करता है कि अधिकृत उत्पाद के रूप में रजिस्ट्रेशन हुए उपयोगकर्ताओं के अलावा अन्य किसी को भी लोकप्रिय उत्पाद नाम का उपयोग करने की अनुमति नहीं है। जीआई के रूप में कार्य करने के लिए, एक संकेत को किसी दिए गए स्थान पर उत्पन्न होने वाले उत्पाद की पहचान करनी चाहिए।
उत्पादों को कानूनी संरक्षण मिलता है। उसीतरह दूसरों द्वारा जीआई टैग उत्पादों के अनधिकृत उपयोग को रोकता है।
जीआई टैग से मूल रूप से बनायीं जानेवाले उत्पादन को अनोखी रूप में पहचान मिलाने में मदद हुई है।
जिससे उस चीज़ की मार्किट में वैल्यू बढ़ गयी है। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में अपनी मांग बढ़ गयी है और जीआई टैग माल के उत्पादकों की आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा मिल रहा है।
भारत में जीआई टैग कौन जारी करता है?
भौगोलिक संकेत इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स का हिस्सा हैं जो औद्योगिक संपत्ति के संरक्षण के लिए पेरिस समझौते के तहत आते हैं।
भारत में, भौगोलिक संकेतक रजिस्ट्रेशन को 1999 के भौगोलिक संकेतक (रजिस्ट्रेशन और संरक्षण) अधिनियम द्वारा प्रशासित किया जाता है।
उदहारण के लिए
हस्तशिल्प में
- चंदेरी साडी, मध्य प्रदेश
- सोलापुर चद्दर, महाराष्ट्र
- मैसुर सिल्क, कर्नाटक
कृषि उत्पादों में
- दार्जिलिंग चाय, वेस्ट बंगाल
- नागपुर संत्रा, महाराष्ट्र
- फेनी, गोवा
- काँगड़ा चाय, हिमाचल प्रदेश
शराब और स्प्रिट पेय में
- नाशिक वैली वाइन, महाराष्ट्र
फुटवियर में
- कोल्हापुर चप्पल, महाराष्ट्र
खाद्य पदार्थों में
- बिकानेरी बुजिआ, राजस्थान
- हैदराबाद हलीम, आँध्रप्रदेश